कभी-कभी, एक फिल्म सब कुछ बदल सकती है। पैन-इंडिया स्टार प्रभास के लिए, वह फिल्म थी 'वरशम'। 2004 में रिलीज हुई यह रोमांटिक एक्शन ड्रामा न केवल प्रभास को पहचान दिलाई, बल्कि उन्हें सितारों की श्रेणी में ला खड़ा किया। लगभग 20 साल बाद, यह लाइव-एक्शन ड्रामा 23 मई को फिर से सिनेमाघरों में लौटने वाला है, जिससे प्रशंसकों में पुरानी यादें ताजा हो गई हैं। लेकिन यह पुनः प्रदर्शन केवल एक पुरानी यादों की यात्रा नहीं है; यह एक बढ़ते ट्रेंड का हिस्सा है, जहां क्लासिक हिट्स को बड़े पर्दे पर एक नया जीवन मिल रहा है।
अन्य फिल्मों का पुनः प्रदर्शन
'वरशम' पहली फिल्म नहीं है जिसे प्रभास के लिए पुनः रिलीज किया गया है। उनकी अन्य फिल्मों जैसे 'सलार: पार्ट 1 - सीजफायर', 'मिस्टर परफेक्ट', 'ईश्वर', 'रेबल', 'छत्रपति', और यहां तक कि 'बाहुबली' भी सिनेमाघरों में लौट चुकी हैं। खासकर उनके जन्मदिन के आसपास, ये पुनः रिलीज सिनेमाघरों में आती हैं। इनमें से 'सलार' का पुनः प्रदर्शन विशेष रूप से सफल रहा, जिसने 6 करोड़ रुपये की कमाई की, यह साबित करते हुए कि प्रभास के पास एक वफादार प्रशंसक आधार है जो हमेशा उनके सिनेमा के क्षणों को जीने के लिए तैयार रहता है।
वरशम की कहानी
अब बात करें 'वरशम' की, जिसे सोभन ने निर्देशित किया और एम.एस. राजू ने प्रोड्यूस किया। यह रोमांस और एक्शन का एक बेहतरीन मिश्रण था। प्रभास ने वेंकट का किरदार निभाया, जो शैलजा (तृषा) के प्यार में पड़ जाता है, जबकि कहानी बारिश से भरे दृश्यों के बीच चलती है। लेकिन उनका प्यार भद्रन्ना (गोपीचंद) द्वारा चुनौती दी जाती है, जो शैलजा का दीवाना है। इस कहानी के साथ देवी श्री प्रसाद के शानदार गानों ने फिल्म को एक ब्लॉकबस्टर बना दिया। 'वरशम' का प्रभाव इतना गहरा था कि इसे तमिल में 'माझाई' (2005) और हिंदी में 'बागी' (2016) के रूप में रीमेड किया गया।
भविष्य की योजनाएं
प्रभास-मारुति की 'राजा साब' की रिलीज में देरी के चलते, 'वरशम' की वापसी का समय सही लग रहा है। और उत्साह यहीं खत्म नहीं हो रहा है। 'बाहुबली' को अक्टूबर 2025 में प्रभास के जन्मदिन के अवसर पर वैश्विक पुनः प्रदर्शन के लिए तैयार किया जा रहा है। इस प्रकार, 'वरशम' एक पुरानी यादों का आनंद है और नई पीढ़ी के लिए यह देखने का एक अवसर है कि प्रभास की यात्रा कहां से शुरू हुई।
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